जिस क्षेत्र में गोविंद की कथा होती है, वह गिरिराज धाम बन जाता है- पं. अजय शास्त्री

- जो रुक्मणि की तरह रुख करता है, वह परमात्मा को प्राप्त कर लेता है- भागवत आचार्य पं. अजय शास्त्री

- मुकुट सिर मोर का मेरे चित्त चोर का, दो नैना घनश्याम के कटीले है कटार से... भक्ति गीत की प्रस्तुति पर श्रद्धालु झूम उठे



भारत सागर न्यूज/देवास। भगवान को भाव से भजो। जिसमें सच्चा भाव है, सच्ची भक्ति है, जो निष्कपट है वही मेरे ठाकुर के धाम में आते हैं। मेरे ठाकुर के लिए आते हैं। जो भक्तिभाव में कथा में डूब जाता है, उस पर गोविंद की कृपा होती है। 



भगवान की शरण में आने वाले, कथा सुनने वाले को चिंता नहीं करना चाहिए। जब आप परमात्मा के कार्य में निमित्त होंगे, तो परमात्मा आपके सब कार्य सिद्ध कर देगा। परमात्मा फिर तुम्हारी सब चिंताओं का हरण कर लेता है।



यह विचार व्यासपीठ से भागवताचार्य पं. अजय शास्त्री सिया वाले ने राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित आवलिया पिपलिया खाटू धाम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठवें दिन व्यक्त किए। भगवान के 16108 विवाह का वर्णन करते हुए कहा, कि भगवान गोपियों के घर जाकर माखन चुराते हैं, क्योंकि उन गोपियों में सच्चा भाव था। भगवान श्रीकृष्ण ने रुक्मणि का वरण किया था हरण नहीं। 



रुक्मणि का रुख परमात्मा की तरफ था। जो परमात्मा की तरफ अपना रुख करता है, वह रुक्मणि की तरह भगवान को प्राप्त कर लेता है। वैसे ही जिस क्षेत्र में कथा होती है। 



वह गिरिराज धाम बन जाता है। हम सब उसी के धाम में उसकी कृपा से ही श्रीमद् भागवत कथा में बैठे हैं, कथा श्रवण कर रहे हैं। अगर उस परमात्मा की कृपा नहीं होती तो हमें कथा श्रवण करने का पुण्य अवसर नहीं मिलता। 




परमात्मा की कृपा से ही कथा श्रवण करने का अवसर मिला है। इस दौरान पं. शास्त्री ने मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का, दो नैना घनश्याम के कटीले है कटार से... भक्ति गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति दी तो श्रद्धालु झूम उठे। 



आयोजक मंडल द्वारा व्यासपीठ की पूजा-अर्चना कर महाआरती की गई। धर्मप्रेमियों ने कथा श्रवण कर धर्म लाभ लिया।


Comments

Popular posts from this blog

हाईवे पर होता रहा मौत का ख़तरनाक तांडव, दरिंदों ने कार से बांधकर युवक को घसीटा

शासकीय भूमि पर किया जा रहा पक्का निर्माण...!

भाजपा ने अपने ही विधायक को कारण बताओं नोटिस थमाया