सामाजिक सुधार की ओर कदम, सत्संग में दहेज और भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता।
सत्संग में सामाजिक बुराइयों को त्यागने की दी नसीयत !
भारत सागर न्यूज/देवास। यादव धर्म शाला कुलाल गांव तेसिल टोक में रविवार को एलईडी के माध्यम से संत रामपाल महाराज का सत्संग समागम का आयोजन संपन्न हुआ जिसमें संत रामपाल जी के प्रवचन का सीधा प्रसारण को देखने व सुनने ! बड़ी संख्या में आस पास श्रेत्र से श्रद्धालु पहुंचे।
सत्संग समागम में संत रामपाल ने अपने प्रवचनों में सुमरण की महिमा बताते हुए कहा कि गुरु से प्राप्त दीक्षा को अपने मन, कर्म, वचन से धारण करना चाहिए। साथ ही बताया कि साधक को नम्रता, शील, संतोष, विवेक, क्षमा, दयावान, निष्ठावान व गुरु का आज्ञाकारी होना चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित सेवादार प्रीतम दास ने बताया कि सत्संग से प्रेरित होकर कई लोगों ने सद्भक्ति करने की शपथ लेते हुए नशे से दूर रहने का संकल्प लिया। साथ ही अन्य लोगों को भी नशे की लत से दर रहने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया |
समाज में फैली कुरीतियां जैसे पाखंडवाद, रूढ़िवादी परंपराएं, नशा खोरी, रिश्वत खोरी, चरम पर है जगह जगह भ्रष्टाचार हो रहा है। दहेज के लिए बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
संत रामपाल महाराज ने समाज में फैली सारी बुराइयों को समाप्त कर सत भक्ति प्रदान करने, दहेज मुक्त भारत बनाने, पाखंडवाद मुक्त भारत बनाने का प्रण लिया है ताकि समाज से सभी प्रकार की बुराइयां खत्म हो सके।
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