क्या देवास मामले में होंगे बड़े खुलासे? आयोग ने दौरा क्यों किया रद्द.....!
भारत सागर न्यूज/भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सोमवार को राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में सौजन्य भेंट की।
इस दौरान देवास जिले में जनजातीय वर्ग से जुड़े हालिया घटनाक्रम और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आर्य को राज्य सरकार की संवेदनशीलता और त्वरित कार्यवाही से अवगत कराया, जिस पर आयोग अध्यक्ष ने संतोष व्यक्त किया।
आर्य ने बताया कि देवास जिले में जनजातीय वर्ग के कुछ लोगों के मकान हटाए जाने की घटना पर आयोग ने गंभीर संज्ञान लिया था और वे स्वयं इस मामले को लेकर नई दिल्ली से मध्यप्रदेश आए थे। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री से बातचीत के पश्चात वे आश्वस्त हुए कि सरकार ने समुचित और संवेदनशील कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा दिए गए आश्वासन को देखते हुए आर्य ने एक जुलाई को प्रस्तावित देवास दौरा निरस्त करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह और वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम को तत्काल देवास भेजकर स्थिति का मूल्यांकन करवाया गया।
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राज्य सरकार ने आयोग द्वारा दिए गए सभी सुझावों को गंभीरता से स्वीकार किया है। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न दोहराई जाएं।
आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से भरोसा दिलाया है कि इस प्रकरण में जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जनजातीय समाज के अधिकारों की रक्षा और उनके सर्वांगीण कल्याण के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। आयोग को राज्य सरकार के दृष्टिकोण और तत्परता से संतोष है।
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