सरदार पटेल की जयंती पर महाराष्ट्र समाज में स्पर्धाएं संपन्न




भारत सागर न्यूज/देवास। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की सार्धशती (150वीं जयंती) के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता को समर्पित संस्था भारत भारती एवं बृहन्महाराष्ट्र मंडल, नई दिल्ली के शताब्दी महोत्सव तथा महाराष्ट्र समाज, देवास के संयुक्त तत्वावधान में विविध स्पर्धाओं का आयोजन किया गया। सरदार पटेल पर आधारित चित्रकला, देशभक्ति काव्यपाठ और निबंध वाचन स्पर्धाओं में देवास की 17 निजी एवं शासकीय शिक्षण संस्थाओं के लगभग 80 विद्यार्थियों ने सहभागिता की।




परिणाम इस प्रकार रहे —

चित्रकला स्पर्धा :-

    प्रथम समूह:- युदित सिंह ठाकुर (प्रथम), देविका सिंह चौहान (द्वितीय), मानसी सैनी (तृतीय)

     द्वितीय समूह:- तन्मय राय (प्रथम), निधीश पाटीदार (द्वितीय), कनक थीटे (तृतीय)




निबंध वाचन स्पर्धा में दीपाली मोरे (प्रथम), रक्षा म्हासंगे (द्वितीय), कशिश जायसवाल (तृतीय), काव्यपाठ स्पर्धा में जूनियर समूह: प्रियांशी मुचंडीकर (प्रथम), सीनियर समूह: अनवी ठाकुर (प्रथम), नंदिनी प्रजापत (द्वितीय), अजिंक्य पालकर (तृतीय), विद्यालयवार 




उपलब्धियाँ:- विंध्याचल एकेडमी ने सर्वाधिक 5 पुरस्कार प्राप्त किए, जबकि सरस्वती विद्या मंदिर (मुखर्जी नगर) को 4 पुरस्कार मिले। एवरेस्ट स्कूल, पद्मजा स्कूल, एबेनज़र स्कूल तथा संस्कार प्रोमिनेंट को 1-1 पुरस्कार प्राप्त हुए। सभी सहभागियों को अभिनंदन पत्र प्रदान किए गए। 




कार्यक्रम का शुभारंभ सरदार पटेल और मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। यह सम्मान भारत भारती के संरक्षक दत्ताभाऊ साळुंके (बड़ौदा), बृहन्महाराष्ट्र मंडल, नई दिल्ली के अध्यक्ष मिलिंद महाजन, महाराष्ट्र समाज, देवास के अध्यक्ष दीपक कर्पे एवं न्यास अध्यक्ष संजय कोटस्थाने ने किया। 




अतिथि सत्कार दीपक कर्पे, संजय कोटस्थाने, वृषाली आपटे एवं डॉ. चंद्रशेखर दीवान ने किया। दत्ताभाऊ साळुंके ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए विजेताओं को बधाई दी। मिलिंद महाजन ने अपने उद्बोधन में बताया कि सरदार पटेल को "लौह पुरुष" क्यों कहा गया। कार्यक्रम का संचालन निलिंद म्हाडगुत ने किया। 




उन्होंने भारत भारती द्वारा प्रेषित "सरदार संकल्प" के दस संकल्पों का सामूहिक वाचन भी करवाया। निर्णायकगण में चित्रकला – प्रकाश पवार, श्रीमती रंगभरी काशिव, काव्यपाठ – अश्विनी खरे, शकुंतला दुबे, निबंध – प्रसून पंड्या, प्रकाश काळे, निर्णायकों का स्वागत भूषण अत्रे, शेखर धोडपकर, दिलीप बाकरे, 




उज्वला कर्पे, दिव्या गोटी एवं शिल्पा दीवान ने किया। आभार प्रदर्शन संजय कोटस्थाने ने किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में दिलीप बाकरे, शिरीष खड़ीकर, गिरीश कुलकर्णी, भूषण अत्रे, शेखर धोडपकर, मंदार एवं पल्लवी मुळे, वृषाली आपटे, निलिंद व स्मिता म्हाडगुत, डॉ. दीवान तथा संकेत सुपेकर का विशेष योगदान रहा।



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