सफाई, सड़क और प्रकाश व्यवस्था के नाम पर हो रहा भ्रष्टाचार – नागरिक मंच!
भारत सागर न्यूज/नागदा। नगर की बदहाल सफाई व्यवस्था और बढ़ती अव्यवस्थाओं के विरोध में नागरिक अधिकार मंच ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए प्रदेश के नगरीय प्रशासन और विकास विभाग को ज्ञापन सौंपा। मंच द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में नगर की नालियों की समय पर सफाई न होने और बरसात में गंदगी के चलते नालियों के जाम होने, बदबू और मच्छरों की भरमार से रहवासियों का जीवन दूभर हो जाने की बात कही गई।
ज्ञापन में मंच ने आरोप लगाया कि पूरे नगर में अराजकता और अनियमितता फैली हुई है। ऐसी स्थिति में मंच ने मांग की कि नगर पालिका सीएमओ सुमन को तत्काल बर्खास्त किया जाए। साथ ही नगर पालिका में प्रशासनिक और वित्तीय आपातकाल घोषित कर संचालन मंत्रालय को सौंपा जाए तथा नगर पालिका परिषद को भंग कर नए चुनाव कराए जाएं।
इस संदर्भ में नागरिक अधिकार मंच के जिलाध्यक्ष अभय चोपड़ा ने जनसुनवाई में भी अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि नगरवासी इतने निराश और असहाय हो गए हैं कि वे अपनी समस्याएं परिषद या सीएमओ को न बताकर मंच के पदाधिकारियों को इसलिए बता रहे हैं ताकि उनकी आवाज दमदारी से उठाई जा सके। उन्होंने श्रीराम कॉलोनियों में फैली गंदगी का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां की हालत देखकर जी मिचलाने लगा और उन्हें आधे रास्ते से लौटना पड़ा।
ज्ञापन में मंच ने आरोप लगाया कि वर्तमान सीएमओ ने आज तक किसी भी वार्ड का निरीक्षण नहीं किया, जबकि पूर्व में प्रतिदिन निरीक्षण की परंपरा थी। सफाई व्यवस्था के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है और जनता को गुमराह किया जा रहा है। मंच ने यह भी कहा कि सफाई, प्रकाश और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं जनता का अधिकार हैं,
लेकिन इसके लिए लिए गए टैक्स (साफ-सफाई कर सहित 550 रुपये वार्षिक) भ्रष्टाचार और घोटालों की भेंट चढ़ रहे हैं।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि सफाई कर्मियों के फर्जी मस्टर बनाए जा रहे हैं, काम केवल कागजों में ही दिखाया जा रहा है। सड़कों के गड्ढे भरने के नाम पर बड़े घोटाले किए जा रहे हैं, ठेके निरस्त कर निधियों का दुरुपयोग किया गया है। मंच ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन पर ऊँची राजनीतिक पकड़ के कारण नागरिक भय, आतंक और नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं।
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