संघ शिक्षा वर्ग प्रकट कार्यक्रम का अंतिम दिन
- संघ द्वारा परेड का आयोजन और पौधे वितरित किए
- खाचरोद में पंद्रह दिन से चल रहे संघ शिक्षा वर्ग के प्रकट कार्यक्रम के अंतिम दिन कार्यक्रम में पहुंचे मुख्य वक्ता ने कहा कि..
भारत सागर न्यूज/खाचरोद। संगठन की 100 वर्ष की यह यात्रा संगठन नहीं अपितु विचार कि यात्रा है और जैसे विचार की शक्ति समाज में बड़ी है,वैसे ही हिंदू समाज का आत्मविश्वास बढा है, डॉक्टर हेडगेवार जी एक साधारण व्यक्ति थे उस समय उनको जानने वालों मे कोई नहीं था पर आज भारत में किसी का विचार है तो वह डॉक्टर हेडगेवार जी का विचार है,भारत हिंदू राष्ट्र है इतनी प्रखरता से कहने वाले वह पहले व्यक्ति थे हजार वर्ष की गुलामी इसलिए क्यों क्योंकि राष्ट्र दुर्बल था राष्ट्र दुर्बल था इसलिए समाज दुर्बलता और समस्या का उपाय शक्ति है सबल बनना है, तो शक्ति संगठन से ही है,इसलिए हिंदू समाज का संगठन आवश्यक है,
डॉक्टर हेडगेवार ने हिंदू समाज को सामाजिक अस्मिता दी और सामूहिकता से जीवन जीने का संस्कार दिया,
जैसे हमारा संविधान कहता है, कि समता,स्वतंत्रता, बंधुता, सामाजिक न्याय अगर यह चाहिए तो ये संकल्पना से यह साकार होगा और इसलिए ही संघ में व्यक्ति निर्माण की कार्य पद्धति है तभी स्वयंसेवक के लिए विशेष प्रकार के वर्गों का आयोजन होता है इन वर्गों से जो स्वयंसेवक निर्माण होता है वह समाज में भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में जाकर समाज हित व राष्ट्रहित में कार्य करता है...
ओवैसी कार्यकर्ताओं के द्वारा देश में सवा लाख से ज्यादा सेवा कार्य कर रहा है देश की सेवा सुरक्षा के लिए कार्य करता है समाज परिवर्तन में संघ ने शताब्दी वर्ष के पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण, स्वदेशी एवं नागरिक कर्तव्य को हाथ में लिया है, इसके माध्यम से लोकशक्ति को जगाने का कार्य कर रहा है, क्योंकि संघ का मानना है कि सामाजिक कर्तव्य भूलने से समाज का पतन होता है और समाज का पुरुषार्थ जगाने से समाज आगे बढ़ता है।
उक्त विचार खाचरोद में चल रहे संघ शिक्षा वर्ग के प्रकट कार्यक्रम में मध्य क्षेत्र सह क्षेत्र कार्यवाह कार्यक्रम के मुख्य वक्ता हेमंत मुक्तिबोध ने कहा ! कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अंबारामजी परमार (चंद्रवंशी) ग्राम भड़ला, वर्गाधिकारी धर्मेंद्र चौधरी (सेवा निवृत डीआईजी), वर्ग के माननीय सर्वाधिकारी प्रकाश पाटीदार (माननीय नागदा जिला संघ चालक) मंच पर उपस्थित रहे ! प्रकट कार्यक्रम में शिक्षार्थियों ने शारीरिक बौद्धिक प्रदर्शन किया !
संघ शिक्षा वर्ग :-
संघ कार्य के विस्तार हेतु योग्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण को ध्यान में रखकर देशभर में संघ शिक्षा वर्गों का आयोजन ग्रीष्मकाल में इसी समय होता है। उसी श्रृखंला मे विद्यार्थीयों का खाचरौद में वर्ग चल रहा है । इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग का उद्धेश्य शाखा कार्य के लिए प्रशिक्षित कार्यकर्ता तैयार करना और समाज के प्रति संवेदनशील रहते हुए भारत भूमि के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले कार्यकर्ता तैयार करना है । खाचरोद का यह वर्ग 17 मई दोपहर 11.30 बजे से प्रारंभ होकर 2 जून प्रातः 7 बजे तक चलेगा। इस वर्ग में प्रवेश हेतु 15 वर्ष से 40 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई है । इस विद्यार्थी वर्ग में 28 जिलों के 194 स्थानों से 324 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए।
10 वी में अध्ययन करने वाले 40 विद्यार्थी , 11 वी के 37, 12 वी के 78, तथा महाविद्यालय में अध्ययन करने वाले 170 शिक्षार्थी है । इन विद्यार्थिओ को प्रशिक्षण देने के लिए 41 शिक्षक 8 पालक व 14 कार्यकर्ताओं की संचालन टोली पूरे समय वर्ग में उपस्थित रही । इस वर्ग की व्यवस्था हेतु 58 स्वयंसेवक पूरे 15 दिन वर्ग में उपस्थित रहे वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए पधारे शिक्षार्थीयों ने अपना शुल्क स्वयं ने दिया, गणवेश बनवाया, आने जाने का किराया भी स्वंयसेवकों ने स्वंय ही वहन किया है ! साथ ही इस सम्पूर्ण वर्ग अवधि में चलित दूरभाष प्रतिबंधित रहा और प्लास्टिक का उपयोग नहीं किया गया । वर्ग प्रशिक्षण की दृष्टि से प्रातः 04.10 बजे जागरण से रात्रि 10.15 बजे तक शारीरिक प्रशिक्षण, बौद्धिक प्रशिक्षण, तथा श्रमसाधना, के माध्यम से सेवा अनुभव का प्रशिक्षण दिया गया ।
इसमें बौद्धिक एवं संवाद सभा में 01 केन्द्रीय अधिकारी 03 क्षेत्रीय अधिकारी, एवं 18 प्रांतीय एवं 8 विभाग स्तर के अधिकारियों ने भिन्न-भिन्न विषयों पर शिक्षार्थियों का मार्गदर्शन किया । विशेष कार्यक्रमो के अंतर्गत संपर्क, सेवा प्रचार व व्यवस्था कौशल्य जैसे अनेक उपयोगी विषयों का प्रशिक्षण इस 15 दिवसीय वर्ग के अंतर्गत दिया गया ! इस वर्ग को सफल बनाने के लिए खाचरोद नगर की 5 बस्ती व 42 गांवों से कार्यकर्ताओं द्वारा 7185 परिवारों से 72580 रोटियां संग्रह करने का कार्य किया गया जिसमे माता बहनों द्वारा रोटी प्रदान कर सहयोग किया । जिससे शिक्षार्थियों का मातृत्व प्रेम का आभास इस वर्ग के अंदर हुआ,
इस वर्ग में दो और विशेष प्रयोग किये गए, खाचरोद नगर एवं गांवों के 151 परिवार दिनांक 25 मई को रात्रि भोजन हेतु वर्ग में अपने साथ भोजन लेकर आये और अतिथि देवों भवः की परम्परा का निर्वाहन किया । सभी परिवारों को वर्ग के शिक्षार्थियों द्वारा एक-एक नीम का पौधा व कुटुंब प्रबोधन की एक पुस्तक वितरित भेंट की गई साथ ही वर्ग में 8 विभाग से आये पालको द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर के पीछे मैदान पर 40 पोधे लगायें गये ।
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