प्रह्लाद की भक्ति और नृसिंह अवतार की लीला से गूंजा कलश गार्डन।
भारत सागर न्यूज/देवास। देवास के मेंढकी रोड स्थित कलश गार्डन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस पर कथावाचक पं. मनीष गौतम शास्त्री, बड़ा अखाड़ा, मैहर (म.प्र.) ने व्यासपीठ से भगवान नारायण की भक्ति और अहंकार के विनाश की कथा विस्तार से सुनाई। उन्होंने कहा कि अहंकार का अंत निश्चित है और धर्म की सदा विजय होती है। उन्होंने हिरण्यकशिपु और प्रह्लाद की कथा का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे एक अहंकारी राजा जिसने स्वयं को ईश्वर घोषित कर दिया था, अंततः भगवान नृसिंह के रूप में नारायण द्वारा नष्ट कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि भक्ति में न उम्र बाधा बनती है और न ही परिस्थितियां। बालक प्रह्लाद ने विषम परिस्थितियों में भी भगवान विष्णु की भक्ति नहीं छोड़ी और अंततः ईश्वर ने उसकी रक्षा की। कथा के दौरान श्रद्धालुओं को यह भी बताया गया कि हिरण्यकशिपु को न शस्त्र से, न मनुष्य से, न दिन में और न रात में मारा जा सकता था,
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फिर भी भगवान ने नृसिंह अवतार लेकर संध्या समय महल की चौखट पर अपने नाखूनों से उसका संहार किया।
कथा स्थल पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। व्यासपीठ की आरती जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती लीला अटारिया,भेरूलाल अटारिया, नरेन्द्र जोशी, एडवोकेट अरविंद तिवारी, सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी, उमेश मिश्र, सूरज मिश्र और दिब्यांशु मिश्र ने की।
आयोजक रमेश मिश्र ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 3 से 6 बजे तक 3 जुलाई तक चलेगी और पूर्णाहुति 4 जुलाई को होगी। सोमवार को कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। आयोजकों ने अधिक से अधिक श्रद्धालुओं से कथा श्रवण हेतु पधारने की अपील की है।
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