- वीआइपी कल्चर पर भड़की ट्रैवल ब्लॉगर,
- मंदिर में दुर्व्यवहार पर छलका दर्द,
- मन्दिर में खुद के साथ हुई अभद्रता की पोस्ट सोशल मीडिया डाली तो 67 लाख लोगो ने देखा और 28 हजार लोगों ने कमेन्ट्स किए है।
भारत सागर न्यूज/उज्जैन( संजय शर्मा )। उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन को लेकर एक बार फिर व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए। मंगलवार को मुंबई की ट्रैवल ब्लॉगर और श्रद्धालु नैना ने रोते हुए मंदिर में सुरक्षाकर्मियों के दुर्व्यवहार और वीआइपी संस्कृति पर नाराजगी जाहिर की।
बताया, वह पति अर्पित के साथ बाइक से भारत भ्रमण पर निकली हैं। इस दौरान वे महाकाल दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे। सुबह 5:30 बजे से लाइन में लगे। दो घंटे बाद 7:30 बजे उनका नंबर आया। उनके हाथ में फोन देख महिला सुरक्षाकर्मी चिल्लाने लगी।
जब नैना ने सफाई दी, तो एक पुरुष गार्ड अभद्रता करने लगा। वहीं दूसरी ओर वीआइपी लाइन में लोग वीडियो बना रहे थे। उन्हें जबरन पकड़कर अपराधियों की तरह कंट्रोल रूम ले जाया गया।
पोस्ट पर फूटा आक्रोश :-
नैना ने वीडियो ब्लॉग में वीआइपी दर्शन पर सवाल खड़े किए। कहा, 'महाकाल को पशुपतिनाथ कहते हैं, जो पशु और मानव में भेद नहीं करते। फिर उनके दर्शन में ये भेदभाव क्यों?'
उन्होंने कहा, किसे कितनी देर दर्शन करने की अनुमति दी जाए, यह कौन तय करेगा? इस वीडियो पर देशभर से तीखी प्रतिक्रियाएं भी आईं।
कई यूजर्स ने मंदिरों को आर्मी के हवाले करने तक को कहा। खास बात तो यह है की नैना का यह वीडियो 67 लाख लोग देख चुके है और 28 हजार लोगों ने कमेन्ट्स किए है।
वहीं मामले में महाकाल मंदिर प्रशासक प्रथम कौशिक का कहना है कि मंदिर में मोबाइल का उपयोग करना प्रतिबंधित है। बावजूद इसके महिला श्रद्धालु और उसके पति ने मोबाइल का उपयोग किया जिन्हें रोका गया हालांकि इन्हें बाद में दर्शन भी कराए गए।
Comments
Post a Comment