बस में पार्सल से हुई 27 लाख की चोरी, देवास पुलिस ने किया पर्दाफाश !
भारत सागर न्यूज/देवास। देवास पुलिस ने 27.50 लाख रुपये की चोरी का खुलासा करते हुए 30 दिन की सतत जांच के बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी गया संपूर्ण माल – गला हुआ सोना और नकदी – बरामद कर लिया गया है। यह कार्रवाई देवास पुलिस की सूझबूझ, तकनीकी साधनों के प्रभावी उपयोग और 50 पुलिसकर्मियों की 10 अलग-अलग टीमों के सहयोग से संभव हो सकी।
दिनांक 24 अप्रैल 2025 को फरियादी द्वारा रिपेयरिंग हेतु करीब 24.10 लाख रुपये के गले हुए सोने और लगभग 3.40 लाख रुपये नकद को बकतरा से इंदौर भेजने के लिए मालवीय बस में अलग-अलग पैकेटों में रखा गया था।
अगले दिन सुबह इंदौर पहुंचने पर व्यापारी को पार्सल नहीं मिला। बस चालक से पूछताछ करने पर पता चला कि बरेली से दो व्यक्ति बस में सवार हुए थे और रात लगभग 2:15 बजे खातेगांव के पास जायसवाल ढाबे पर उतर गए थे। इन्हीं पर चोरी की आशंका जताई गई।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी खातेगांव विक्रांत झांझोट टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। फुटेज में संदिग्धों की गतिविधियां रिकॉर्ड हुईं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए,
जिसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सौम्या जैन और एसडीओपी आदित्य तिवारी के मार्गदर्शन में विशेष टीमों का गठन किया गया। इन टीमों ने बरेली से खातेगांव तक 190 किलोमीटर के मार्ग पर लगे लगभग 450 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। संदिग्धों की तस्वीरें व्हाट्सएप कम्युनिटी ग्रुपों और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर साझा की गईं।
तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी मंगल उर्फ गंगू को हिरासत में लिया, जिसने पूछताछ में अपने साथी राजा पिता आजाद सिंह के साथ मिलकर चोरी करना कबूल किया। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले रेकी की और फिर बस में सवार होकर चोरी को अंजाम दिया। दोनों आदतन अपराधी हैं और उनके विरुद्ध पहले भी कई मामले दर्ज हैं।
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गिरफ्तारी के साथ-साथ चोरी गया संपूर्ण मथुका जब्त कर लिया है। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोत ने पूरी टीम को 10,000 रुपये नकद इनाम देने की घोषणा की है। यह सफलता ‘ऑपरेशन त्रिनेत्रम’ के अंतर्गत लगे कैमरों और गांव-गांव में सक्रिय व्हाट्सएप ग्रुपों के बेहतर समन्वय की वजह से संभव हो सकी है।
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